चेतावनीः
बुधवार, मई 11, 2022
सोमवार, अप्रैल 25, 2022
रविवार, अप्रैल 17, 2022
शनिवार, अप्रैल 16, 2022
शुक्रवार, अप्रैल 15, 2022
गुरुवार, अप्रैल 07, 2022
कुछ रिश्तों की जज़्बातों की , हम सबके हालातों की , बेहतरीन शायरियाँ , Best Relationship Quotes in Hindi by Shivanand Verma
=====================
कुछ रिश्तों की बुनियाद दूरियाँ होती हैं ,
कुछ रिश्तों का बिखराव दूरियाँ होती हैं ,
कुछ रिश्ते आपसी समझ से छूते हैं आसमान को ,
कुछ रिश्तों को निभाने की मज़बूरियाँ होती हैं।
Kuch Rishto Ki Buniyad Duriya Hoti Hai,
Kuch Rishto Ka Bikhraw Duriya Hoti Hai,
Kuch Rishte Aapsi Samajh Se Chute Hai Aasman Ko,
Kuch Rishto Ko Nibhane Ki Mazburiya Hoti Hai.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०६:१० pm
======✾======
कुछ वहम पाल लिए जाते हैं ,
कुछ वहम थोप दिए जाते हैं ,
कुछ वहम जीने की वजह बन जाते हैं ,
तो कुछ वहम बेहिसाब पीने की वजह बन जाते हैं।
Kuch Vaham Paal Liye Jate Hai,
Kuch Vaham Thoop Diye Jate Hai,
Kuch Vaham Jine Ki Vajah Ban Jate Hai,
To Kuch Vaham Behisab Pine Ki Vajah Ban Jate Hai.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०६:१५ pm
======✾======
कुछ लोग खुद नशे में होकर ,
दुनिया को शराबी करार देते हैं ,
दुनिया से आगे जाने की ज़िद्द में ,
एक के बाद एक सैकड़ो जाम खुद में उतार लेते हैं।
Kuch Log Khud Nashe Me Hokar,
Duniya Ko Sharabi Karar Dete Hai,
Duniya Se Aage Jane Ki Zidd Me,
Ek Ke Baad Ek Saikado Jaam Khud Me Utaar Lete Hai,
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०६:१९ pm
======✾======
कुछ मज़बूरियाँ हमारी तेरी दहलीज़ चूमने की ,
कुछ गुस्ताखियाँ हमारी जो हम दिल हार बैठें,
कुछ कातिलाना नज़रें तुम्हारी,
जो हम अपने ही जिगर में खंज़र मार बैठे।
Kuch Mazburiya Hamari Teri Dhaliz Chumen Ki,
Kuch Gustakhiya Hamari Jo Hum Dil Haar Baithe,
Kuch Katilana Nazare Tumhari,
Jo Hum Apne Hi Jigar Me Khanzar Maar Baithe.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०६:२५ pm
======✾======
कुछ शिकायतें हमारे दिल की ,
कुछ खतायें धड़कनों की हमारी ,
जानते थें की लाइलाज़ है जो ,
फिर भी लगा बैठें, मोहब्बत की बीमारी।
Kuch Shikayate Hamare Dil Ki,
Kuch Khataye Dhadkano Ki Hamari,
Jante The Ki Lailaj Hai Jo,
Phir Bhi Laga Baithe , Mohabbat Ki Bimari.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०७ :०५ pm
======✾======
कुछ इश्क़ की चाह में , कुछ इश्क़ की राह में ,
कुछ पूरे से हम , कुछ अधूरे से हम,
रह - रह के तड़पाती है जो ,
कुछ मिलन की खुशियाँ , कुछ बिछड़ने का गम।
Kuch Isq Ki Chhah Me, Kuch Isq Ki Raah Me,
Kuch Pure Se Hum, Kuch Adhure Se Hum,
Rah - Rah Ke Tadpati Hai Jo,
Kuch Milan Ki Khushiyan Kuch Bichadne Ka Gum.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०७ :०९ pm
======✾======
कुछ नग्में हमारे तेरे साथ के ,
कुछ मासूमियत के कुछ जज़्बात के ,
सागर से भी गहरे लगने लगे हैं ,
मोहब्बत भरे कुछ पल वो मुलाकात के।
Kuch Nagme Hamare Tere Sath Ke,
Kuch Masumiyat Ke Kuch Jazbaat Ke,
Sagar Se Bhi Gahare Lagne Lage Hai,
Mohabbat Bhari Kuch Pal Wo Mulakat Ke.
- शिवानंद वर्मा २५ .०३. २०२२ ०७ :४६ pm
=====================