
अपनी मदमस्त अदाओं से दिल लूटने वाली
लूट गई हमें कुछ और न रहा बाकी,
डूब जाएं तुम्हारे मोहब्बत के प्याले में
जवानी का जाम हमें भी पिला दे साकी।

ये मयखाना नहीं, हमारी ज़िंदगी का पैमाना है,
यहाँ हाज़िर हर कोई, हसीन जाम का दीवाना है,
साकी से लगाकर टूटा दिल, हमने ये जाना है,
ये कभी ना बुझने वाली शमा और कभी न जलने वाला परवाना है।

जाम से जाम टकराने की आवाज़, कहीं दूर से जो आयी, 2
निकल दिए उसकी तलाश में हम भी, मिटाने अपने दिल की तन्हाई,
जाम के साथ पायल की छनक ने भी मेरे दिल की धड़कनें बढ़ाई,
गौर से देखा तो आँखों के जाम पिलाती, मोहब्बत की हसीना नज़र आयी।

ज़िंदगी की तलाश में, मोहब्बत का रूख कर लिया हमने,
जिसे कभी सोचा नहीं, दिल की वो किताब पढ़ लिया हमने,
प्यार के धोखे से तोड़ दिया उसने मेरे शिशे जैसे दिल को
बुझाने को दिल की आग, मयखाने का रुख कर लिया हमने।

प्यार की कहानियाँ हज़ारों हैं ज़माने में,
जिंदगी की सच्चाई है मोहब्बत के अफ़साने में,
पर दगा कर बैठे अगर कोई दिखाकर प्यार के सपने,
ज़िंदगी की हकीकत नज़र आती है, साकी तेरे मयखाने में।

मोहब्बत के मारे हम, खुद पर ही कितने ज़ुल्म ढाए,
बेपनाह इश्क़ किया उनसे, पर उनके दिल में ना उतर पाए,
बेवफ़ाई के तीर से, घायल हुआ जो ये दिल,
महरम की तलाश में, मयखाने चले आये।

वो मोहब्बत ही क्या, जो डर जाए ज़माने से,
वो जाम ही क्या जो छलके ना पैमाने से,
प्यार में धोखे पर धोखे ही मिले इस दिल को
तो हमने भी मोहब्बत कर लिया मयखाने से।
